बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने इंटर नामांकन 2025 के लिए कक्षा 11वीं में प्रवेश की प्रक्रिया के तहत कट ऑफ सूची जारी कर दी है। यह सूची उन छात्रों के लिए बेहद अहम है, जो बिहार बोर्ड से 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद इंटरमीडिएट में नामांकन लेना चाहते हैं।
कट ऑफ लिस्ट के माध्यम से छात्र यह जान सकेंगे कि किस कॉलेज या स्कूल में उन्हें प्रवेश मिल सकता है। यह सूची अलग-अलग संकायों जैसे कि विज्ञान, कला और वाणिज्य के लिए जारी की गई है। छात्र BSEB की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसे देख सकते हैं।
60 फीसदी विद्यार्थी नहीं करना चाहते इंटर अपने स्कूल से
बिहार बोर्ड का निर्देश
बिहार बोर्ड ने यह साफ निर्देश दिया है कि जिन छात्रों ने जिस स्कूल से मैट्रिक (10वीं) की पढ़ाई की है, उन्हें उसी स्कूल से इंटर (11वीं-12वीं) की पढ़ाई करने पर प्राथमिकता मिलेगी। लेकिन ज़्यादातर छात्र इस बात को नज़रअंदाज़ कर दूसरे प्लस टू स्कूलों में नामांकन लेने की इच्छा जता रहे हैं।
बोर्ड ने छात्रों को सलाह दी है कि वे इंटर में स्कूल का विकल्प भरते समय उस स्कूल की कटऑफ मार्क्स जरूर जांच लें और उसी के अनुसार विकल्प चुनें। इस बार साइंस स्ट्रीम में कटऑफ 90 फीसदी तक, कॉमर्स में सबसे ज़्यादा 92 फीसदी और आर्ट्स में पहले चरण में 88 फीसदी तक जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्र के अपग्रेड स्कूलों को नहीं मिल रहा प्राथमिकता
शहरी इलाकों के कुछ स्कूलों में छात्र अपने ही स्कूल में इंटर में नामांकन का विकल्प दे रहे हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में स्थिति बिलकुल अलग है। वहां के छात्र अपग्रेड प्लस टू स्कूल से मैट्रिक करने के बाद भी इंटर में उन्हीं स्कूलों को पहली प्राथमिकता नहीं दे रहे।
दूसरे स्कूलों के छात्र इन अपग्रेड स्कूलों में नामांकन का विकल्प जरूर भर रहे हैं। इसी कारण से, जो छात्र अपने ही स्कूल में इंटर के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनका कटऑफ अन्य संस्थानों के मुकाबले 20 से 30 फीसदी तक कम देखा जा रहा है। अपने संस्थान में आर्ट्स में 60% और साइंस में 75% तक कटऑफ मार्क्स जा रहा है।
पहले चरण में ऐसे जा रहे हैं कटऑफ मार्क्स
ग्रामीण इलाकों में शहरी क्षेत्रों की तुलना में तीनों संकायों – साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स – में कटऑफ ज्यादा देखा जा रहा है।
उदाहरण के लिए:
- डीएन हाईस्कूल (साइंस): 75% (सामान्य वर्ग)
- फतेहाबाद हाईस्कूल (साइंस): 77%
- बीबी कॉलेजिएट (साइंस): 79%
- जिला स्कूल (साइंस): 80%
- ब्रहमपुरा हाईस्कूल (साइंस): 89%
- पताही हाईस्कूल (साइंस): 88%
- राधा देवी गर्ल्स स्कूल (साइंस): 68%
कॉमर्स में सबसे ज़्यादा 92% कटऑफ
कॉमर्स स्ट्रीम में अपग्रेड हाईस्कूल महमदा में कटऑफ 92% तक पहुंच चुका है, जो अब तक सबसे अधिक है।
आर्ट्स स्ट्रीम में कटऑफ
जिन छात्रों ने किसी दूसरे स्कूल से मैट्रिक किया है, उनके लिए आर्ट्स में कटऑफ 80% तक जा रही है। जबकि अपने ही स्कूल में इंटर नामांकन करने वालों के लिए यह कटऑफ 88% तक है।
कुछ प्रमुख स्कूलों में आर्ट्स स्ट्रीम के कटऑफ:
- उमावि भगवानपुर: 74%
- तुर्की हाईस्कूल: 71%
- जिला स्कूल: 71%
- बीबी कॉलेजिएट: 70%
- मुखर्जी सेमिनरी: 68%
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न।
बिहार बोर्ड इंटर नामांकन 2025 की कट ऑफ लिस्ट कब जारी की गई है?
बिहार बोर्ड ने इंटर (कक्षा 11वीं) नामांकन 2025 के लिए पहले चरण की कट ऑफ सूची मई 2025 में जारी कर दी है। यह लिस्ट विभिन्न प्लस टू स्कूलों और कॉलेजों की मेरिट के आधार पर तैयार की गई है।
कट ऑफ लिस्ट में साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स के लिए क्या न्यूनतम प्रतिशत है?
- साइंस स्ट्रीम: अधिकतम 90% तक कट ऑफ जा रही है।
- कॉमर्स स्ट्रीम: सबसे अधिक 92% तक कट ऑफ देखी गई है।
- आर्ट्स स्ट्रीम: पहले चरण में अधिकतम 88% तक कट ऑफ गई है।
क्या छात्रों को उसी स्कूल से इंटर करना होगा जहां से मैट्रिक किया है?
बिहार बोर्ड ने निर्देश दिया है कि मैट्रिक जिस संस्थान से किया गया है, वहीं से इंटर करने पर प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, छात्र अन्य स्कूलों का भी विकल्प चुन सकते हैं, लेकिन कट ऑफ उनके अनुसार अधिक हो सकती है।
ग्रामीण और शहरी स्कूलों के कट ऑफ में क्या अंतर है?
शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों के अपग्रेड प्लस टू स्कूलों में कट ऑफ अपेक्षाकृत कम है। वहीं, बेहतर प्रतिष्ठित स्कूलों में कट ऑफ अधिक जा रही है। उदाहरण के लिए, ब्रहमपुरा हाईस्कूल में साइंस का कट ऑफ 89% तक है, जबकि अन्य ग्रामीण स्कूलों में यह 75% तक है।
नामांकन के लिए छात्रों को क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
छात्रों को स्कूल का विकल्प भरते समय संबंधित स्कूल की कट ऑफ अच्छे से देख लेनी चाहिए और उसी अनुसार अपनी वरीयता तय करनी चाहिए। बिना कट ऑफ जांचे विकल्प भरने से सीट मिलने की संभावना कम हो सकती है।
निष्कर्ष
बिहार बोर्ड इंटर नामांकन 2025 के लिए जारी की गई कट ऑफ सूची छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शन का काम करती है। इस बार कट ऑफ पहले की तुलना में अधिक गई है, खासकर साइंस और कॉमर्स जैसे लोकप्रिय संकायों में। इससे साफ है कि प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है और अच्छे संस्थानों में प्रवेश के लिए अधिक अंक जरूरी होते जा रहे हैं।
छात्रों को चाहिए कि वे कट ऑफ सूची को ध्यानपूर्वक पढ़ें, अपनी मेरिट के अनुसार स्कूल या कॉलेज का चयन करें और आवेदन करते समय सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। सही योजना और सूझ-बूझ से किया गया नामांकन ही भविष्य की पढ़ाई की मजबूत नींव बन सकता है।