APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा सिलेबस 2024 उन उम्मीदवारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो आंध्र प्रदेश लोक सेवा आयोग की इस प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल करना चाहते हैं। इस सिलेबस में परीक्षा में पूछे जाने वाले विषयों और उनके टॉपिक्स का विस्तार से उल्लेख किया गया है, जिससे अभ्यर्थी अपनी तैयारी को सही दिशा में केंद्रित कर सकें।
परीक्षा पैटर्न को समझना भी उतना ही आवश्यक है क्योंकि इससे उम्मीदवारों को परीक्षा की संरचना, प्रश्नों की संख्या, अंक वितरण और समय सीमा का पता चलता है। सही सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की जानकारी के बिना तैयारी अधूरी रहती है, इसलिए इसे ध्यानपूर्वक पढ़ना और समझना सफलता की कुंजी है।
APPSC ग्रुप 2 रिक्तियाँ
APPSC ग्रुप 2 के लिए कार्यकारी और गैर-कार्यकारी पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती कर रहा है। उम्मीदवारों का चयन प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, और कंप्यूटर प्रवीणता परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। मुख्य परीक्षा में दो पेपर होते हैं — पेपर I और पेपर II, जो दोनों कॉलेज स्तर के समान होते हैं, जिनका कुल अंक 300 हैं। उम्मीदवार नीचे दिए गए लिंक से APPSC ग्रुप 2 मुख्य परीक्षा सिलेबस 2024 पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं, जिससे वे प्रासंगिक और अप्रासंगिक विषयों की पहचान कर अपनी तैयारी योजनाबद्ध तरीके से कर सकें।
APPSC ग्रुप 2 मुख्य परीक्षा सिलेबस 2024
आंध्र प्रदेश का सामाजिक इतिहास (सेक्शन
- प्रागैतिहासिक संस्कृतियाँ: सातवाहन और इक्ष्वाकु वंश — सामाजिक-आर्थिक और धार्मिक स्थिति, साहित्य, कला और वास्तुकला; विष्णुकुंदिन, पूर्वी चालुक्य वेंगी और आंध्र चोल वंश — समाज, धर्म, तेलुगु भाषा, कला और वास्तुकला।
- 11वीं से 16वीं शताब्दी के बीच आंध्रदेश पर शासन करने वाले प्रमुख और छोटे राजवंश — धार्मिक एवं आर्थिक स्थिति, तेलुगु भाषा और साहित्य का विकास, कला और वास्तुकला।
- यूरोपियनों का आगमन, व्यापार केंद्र, और कंपनी के अधीन आंध्र; 1857 की क्रांति और आंध्र पर प्रभाव; ब्रिटिश शासन की स्थापना; सामाजिक-सांस्कृतिक जागरण; जस्टिस पार्टी/स्वाभिमान आंदोलन; 1885 से 1947 तक राष्ट्रीय आंदोलन का विकास; समाजवादी, कम्युनिस्ट, ज़मींदारी विरोधी और किसान आंदोलन।
- आंध्र आंदोलन की उत्पत्ति और विकास — आंध्र महासभाओं की भूमिका; प्रमुख नेता; 1953 में आंध्र राज्य के गठन के लिए घटनाएँ; प्रेस, समाचार पत्र, पुस्तकालय आंदोलन और लोक व आदिवासी संस्कृति की भूमिका।
- आंध्र प्रदेश राज्य के गठन से जुड़ी घटनाएँ: विश्वआंध्र महासभा, राज्य पुनर्गठन आयोग और इसकी सिफारिशें, जेंटलमेन एग्रीमेंट, और 1956 से 2014 के बीच महत्वपूर्ण सामाजिक एवं सांस्कृतिक घटनाएँ।
भारतीय संविधान (सेक्शन
- 6. भारतीय संविधान की प्रकृति — संवैधानिक विकास — भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएं — प्रस्तावना — मौलिक अधिकार, राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत और उनका संबंध — मौलिक कर्तव्य — संविधान संशोधन — संविधान की मूल संरचना।
- 7. भारतीय सरकार की संरचना और कार्य — विधायिका, कार्यपालिका, और न्यायपालिका — विधायिकाओं के प्रकार: एक सदनीय, द्विसदनीय — कार्यपालिका: संसदीय प्रणाली — न्यायपालिका: न्यायिक समीक्षा, न्यायिक सक्रियता।
- 8. केंद्र और राज्यों के बीच विधायी और कार्यकारी शक्तियों का वितरण; केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासनिक और वित्तीय संबंध; संवैधानिक संस्थाओं के कार्य और शक्तियाँ — मानवाधिकार आयोग, सूचना का अधिकार (RTI), लोकपाल और लोकायुक्त।
- 9. केंद्र-राज्य संबंध — सुधार की आवश्यकता — राजमन्नार समिति, सरकारिया आयोग, M.M. पंच्ची आयोग — भारतीय संविधान के एकात्मक और संघीय गुण; भारतीय राजनीतिक दल, पार्टी प्रणाली, राष्ट्रीय और राज्य दलों की मान्यता; चुनाव और चुनाव सुधार; भगोड़ा विधेयक।
- 10. केंद्रीकरण बनाम विकेंद्रीकरण — सामुदायिक विकास कार्यक्रम — बालवंत राय मेहता, अशोक मेहता समितियाँ — 73वां और 74वां संविधान संशोधन अधिनियम और उनका कार्यान्वयन।
भारतीय और आंध्र प्रदेश अर्थव्यवस्था
- भारतीय अर्थव्यवस्था की संरचना, आर्थिक योजना और नीति: राष्ट्रीय आय की अवधारणा और मापन, भारत में रोजगार का स्वरूप और आय का क्षेत्रीय वितरण, आर्थिक विकास।
- मुद्रा, बैंकिंग, सार्वजनिक वित्त और विदेशी व्यापार: मुद्रा आपूर्ति के कार्य और उपाय, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के कार्य, मौद्रिक नीति, भारतीय बैंकिंग व्यवस्था, मुद्रास्फीति।
- कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र: कृषि उत्पादन और पैटर्न, कृषि वित्त और विपणन, औद्योगिक विकास, नई औद्योगिक नीति 1991, विनिवेश।
- आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था: राज्य की सकल घरेलू उत्पाद (GSDP), क्षेत्रीय योगदान, प्रति व्यक्ति आय, राज्य राजस्व।
- कृषि और संबद्ध क्षेत्र, उद्योग, और सेवा क्षेत्र: उत्पादन प्रवृत्ति, ग्रामीण क्रेडिट, कृषि विपणन, राज्य में संबंधित योजनाएं।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- प्रौद्योगिकी मिशन, नीतियाँ और अनुप्रयोग: राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति, नवीनतम विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार नीतियाँ, अंतरिक्ष तकनीक।
- ऊर्जा प्रबंधन: राष्ट्रीय ऊर्जा नीति, ऊर्जा क्षमता, नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय ऊर्जा।
- पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता: पारिस्थितिकी और पारिस्थितिकी तंत्र के मूल सिद्धांत, जैव विविधता, जैव विविधता हॉटस्पॉट, संरक्षण।
- कचरा प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण: ठोस कचरा, निपटान के तरीके, पर्यावरण प्रदूषण के प्रकार और स्रोत।
- पर्यावरण और स्वास्थ्य: वैश्विक तापमान वृद्धि, जलवायु परिवर्तन, अम्लीय वर्षा, ओजोन परत क्षरण, भारत की भागीदारी के साथ अंतरराष्ट्रीय पहलें।
परीक्षा पैटर्न
जो उम्मीदवार भर्ती परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें APPSC ग्रुप 2 मुख्य परीक्षा पैटर्न को समझना चाहिए ताकि प्रश्न संरचना, कुल अंक, प्रश्नों की संख्या और अंकन प्रणाली का ज्ञान हो सके। मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को कंप्यूटर प्रवीणता परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा।
- मुख्य परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होती है।
- कुल 300 प्रश्न होते हैं, जिनका कुल अंक 300 हैं।
- प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक की नकारात्मक अंकन होती है।
पेपर | विषय | प्रश्न संख्या | अंक |
---|---|---|---|
पेपर I | भारतीय एवं आंध्र प्रदेश अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी | 150 | 150 |
पेपर II | भारतीय एवं आंध्र प्रदेश अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी | 150 | 150 |
कुल | 300 | 300 |
APPSC ग्रुप 2 मुख्य परीक्षा के लिए टिप्स
- 2024 के APPSC ग्रुप 2 मुख्य परीक्षा सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और प्रत्येक सेक्शन एवं उपविषयों के महत्व को समझें।
- उच्च गुणवत्ता वाली पुस्तकें और संदर्भ सामग्री का उपयोग करें ताकि सभी बुनियादी और उन्नत विषयों की स्पष्ट समझ हो।
- मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें ताकि परीक्षा के स्वरूप और उत्तर देने की रणनीति विकसित हो सके।
- नियमित रूप से महत्वपूर्ण विषयों का पुनरावृत्ति करें ताकि मुख्य परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त हो सकें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न।
APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा 2024 का सिलेबस क्या है?
APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा 2024 का सिलेबस दो पेपरों में विभाजित है — पेपर I और पेपर II। इसमें आंध्र प्रदेश का सामाजिक इतिहास, भारतीय संविधान, भारतीय और आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था, और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। प्रत्येक पेपर में कुल 150 प्रश्न होते हैं।
APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा का पैटर्न क्या है?
परीक्षा वस्तुनिष्ठ (MCQ) प्रारूप में होती है। कुल 300 प्रश्न होते हैं, जिनका कुल अंक 300 है। दोनों पेपर (पेपर I और पेपर II) के प्रश्न 150-150 होते हैं। हर गलत उत्तर पर नकारात्मक अंकन भी होता है, जो 1/3 अंक है।
क्या APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा के बाद कोई और परीक्षा होती है?
हाँ, मुख्य परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को कंप्यूटर प्रवीणता परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। यह अंतिम चयन प्रक्रिया का हिस्सा होती है।
APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
तैयारी के लिए आधिकारिक सिलेबस को ध्यान से पढ़ें, मानक पुस्तकें और संदर्भ सामग्री का उपयोग करें, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें, और मॉक टेस्ट का अभ्यास करें। साथ ही नियमित रूप से सभी महत्वपूर्ण विषयों का पुनरावृत्ति करें।
APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा में नकारात्मक अंकन कितना होता है?
हर गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक की कटौती होती है। इसलिए उत्तर देते समय सावधानी बरतनी चाहिए और केवल उन प्रश्नों का उत्तर दें जिनके बारे में आपको निश्चित ज्ञान हो।
निष्कर्ष
APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा सिलेबस 2024 और परीक्षा पैटर्न को समझना परीक्षा की सफलता के लिए बहुत आवश्यक है। सही दिशा में तैयारी के लिए सिलेबस के सभी विषयों और उनकी गहराई को जानना जरूरी है। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं और नकारात्मक अंकन भी होता है, इसलिए रणनीति बनाकर सावधानीपूर्वक तैयारी करनी चाहिए। नियमित अभ्यास, मॉक टेस्ट और पिछले प्रश्नपत्रों के अध्ययन से उम्मीदवार अपनी कमजोरियों को सुधार सकते हैं और बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। कुल मिलाकर, परीक्षा पैटर्न और सिलेबस की पूरी जानकारी के साथ योजनाबद्ध तैयारी से APPSC ग्रुप 2 मेन परीक्षा में सफलता सुनिश्चित की जा सकती है।